निरन्तर प्रार्थना मे लगे रहो।

हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।

थिस्सलुनीकियों 1 5 : 17,18,19
मेरे प्रियों , अगर आप अकेली बाइबल पड़ते हो और प्रार्थना नहीं करते हो तो आप कभी आत्मिक जीवन मैं उचा नहीं उठ सकते । बाइबिल पढ़ कर आप एक अचछे प्रचारक ज़रूर बन सकते है , पर आत्मिक नहीं बन सकते । क्योंकि प्रार्थना ही है जो हमारे जीवन मैं बड़े काम करती है । प्रार्थना ही है जो हमारे जीवन को बदलती है । आज बहुत सारे लोग है जो कहते है कि जो किस्मत मैं लिखा है वही होगा लेकिन ये बिल्कुल ग़लत है । अगर आप प्रार्थना करते है तो परमेश्वर आपके भविष्य को बदल सकते है और आपके दिमाग को बदल सकते है ।

बाइबल बताती है जब हिज्ज़कीयाह बीमार हो गया था और मरने वाला ही था
तो उसके पास यशायाह भविष्यवक्ता के द्वारा परमेश्वर का वचन पहुँचा
की अपने घराने के विषय जो आज्ञा देनी हो वह दे, क्योंकि तू न बचेगा मर ही जाएगा। लिखा है उसी समय हिज्ज़ेकियाह राजा दिवार की तरफ़ मुँह मोड़ कर प्रार्थना करने लगा और कहने लगा

हे यहोवा, मैं बिनती करता हूं, स्मरण कर कि मैं सच्चाई और खरे मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलता आया हूं और जो तेरी दृष्टि में उचित था वही करता आया हूं।इसलिए परमेश्वर मुझे चंगा कर , वह गिड़गिड़ा कर बिनती करने लगा , उसी समय यशायाह भविष्यवक्ता के पास फिर से परमेश्वर का वचन पहुँचा
की हिज्ज़ेकियाह के पास जा और उसे कह तेरी प्रार्थना सुन ली गई है or मैंने तेरे आंसू देखे है मैं तेरी आयु पंद्रा वर्ष और बढ़ाता हूँ| परमेश्वर का वचन कहता है –

संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊंगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा ( भजन सहिता:-50:15)और परमेश्वर ने इस वचन को हिज्ज़ेकियाह के जीवन मैं पूरा भी किया । परमेश्वर आपके जीवन को भी बदलने की ताक़त रखते है , ये तब ही होगा जब आप प्रार्थना करने वाले है और पवित्रताई मैं चलने वाले है और परमेश्वर की विहधिओ के अनुसार चलने वाले है तो ही परमेश्वर आपके जीवन को बदलने की ताक़त रखते है । जैसी हेज़ेकियाह खराई से परमेश्वर का डर मानकर चल रहा था और प्रार्थना करने वाला था इसलिए परमेश्वर ने उसकी सुनी । प्रियों प्रार्थना ना करना भी एक पाप है और अगर आप पाप करेंगे तो जो चंगआई ,छुटकारे , आशीषै आपको परमेश्वर से मिली है वो भी अपने जीवन से ख़त्म हो जाएँगी । जिस दुष्ट आतामा से आपको छुटकारा मिला वो 7 दुष्ट आत्मा को लेकर भविष्य में वापसी आयेगी और अंदर बैट कर वास करेगी । इसलिए हमारा रोज़ प्रार्थना और बाइबिल पड़ना बहुत जरूरी है । जैसा कि लिखा भी है (निरंतर प्रार्थना मैं लगे रहो) अगर आप हेज़ेकियाह की तरह प्रार्थना मैं है तो जैसे परमेश्वर ने उसके भविष्य को बदला और उसकी आईयू को बढ़ाया वेसे ही परमेश्वर आपके भविष्य को बदलेंगे और आपको आशीषत करेंगे । परमेश्वर आपको इस वचन के द्वारा आशीष दे । आमीन। Ameeen

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