रूह और पानी से | Rooh or Pani Se – Masih Song Lyrics
{ रूह और पानी से } रूह और पानी से जो भी पैदा होते हैं आसमानी बादशाही में दाखिल तो वो ही होते हैं रूह और पानी से 1. पैदा जो जिस्म से हुआ वो तो जिस्मानी है रुह से जो पैदा होते हैं, वो तो रूहानी होते हैं रूह और पानी से 2. मैं तुम्हें सच कहता हूँ, जिसे हम जानते हैं जिसको हमने देखा है, उसी की गवाही देते हैं रूह और पानी से 3. कोई चढ़ सकता नहीं, आसमान के ऊपर वो ही आसमान पे जाते हैं, येशु में जो मरते हैं रूह और पानी से 4. खुदा का गजब यह फजल, उन पर हमेशा रहता है जिन्दगी को देखते हैं हम, येशु से जो डरते हैं रूह और पानी से *वाह मेरे खुदा ने हम पर क्या इनायत की, हम अनाथों की खूब हिफाज़त की रूह अल कुदुस दिया, हमारी मददगारी के लिए और खुद खुदा से हमारे, गुनाहों की सिफारिश की है *येसु को जानां तो ये पता चला, के ज़िन्दगी को भी ज़िन्दगी की जरूरत होती हैं जब तक ना जन्मे कोई रूह पाक से, ऐसो बंदो को कहां नसीब जन्नत होती हैं *रुह की बातें है ज़िन्दगी की बाते, जिस्म की बातो में ज़िन्दगी नहीं रुह की बंदगी खुदा चाहता हैं, जिस्म की बंदगी वो बंदगी नहीं *येशु के कलाम को जों भी सुनता और अमल करता हैं मौत से निकल कर भी ज़िन्दगी में दाखिल होते हैं, रूह और पानी से rooh or pani se lyrics,rooh or pani se
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